Public Holidays: उत्तराखंड सरकार ने 23 जनवरी 2025 को होने वाले नगर निकाय चुनाव के मद्देनजर पूरे राज्य में सार्वजनिक अवकाश की घोषणा की है. इस दिन राज्य के 11 नगर निगम, 46 नगर पंचायत और 43 नगर पालिका के लिए मतदान होगा. चुनाव में शामिल हर व्यक्ति को मतदान का अधिकार देने और चुनाव प्रक्रिया में भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए यह कदम उठाया गया है.
चुनाव प्रक्रिया और बैलट पेपर का इस्तेमाल
इस बार के नगर निकाय चुनाव में बैलट पेपर (ballot paper voting in municipal elections) का इस्तेमाल किया जाएगा. बैलट पेपर का उपयोग चुनाव को पारदर्शी और निष्पक्ष बनाने के लिए किया जा रहा है. हालांकि, बैलट पेपर के कारण चुनाव परिणाम घोषित करने में देरी हो सकती है. मतगणना 25 जनवरी 2025 को होगी, जिससे स्पष्ट होगा कि जनता ने अपने शहर की बागडोर किसके हाथों में सौंपी है.
सार्वजनिक अवकाश का उद्देश्य
सचिव, सामान्य प्रशासन, विनोद कुमार सुमन ने बताया कि राज्यपाल के निर्देश पर यह सार्वजनिक अवकाश (public holiday for voting) घोषित किया गया है. यह आदेश सभी सरकारी कार्यालयों, शैक्षणिक संस्थानों, अर्ध-सरकारी संस्थानों और निजी प्रतिष्ठानों पर लागू होगा. इसके अलावा, मतदान क्षेत्र में आने वाले कोषागार और उप-कोषागार भी बंद रहेंगे. इस कदम का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि सभी लोग अपने मताधिकार का प्रयोग करें.
निजी क्षेत्र के कर्मचारियों को भी मिलेगा सवेतन अवकाश
सरकार ने यह भी स्पष्ट किया है कि निजी प्रतिष्ठानों में काम करने वाले कर्मचारियों, कारीगरों और मजदूरों को भी सवेतन अवकाश (paid leave for voting in municipal elections) मिलेगा. यह निर्णय यह सुनिश्चित करने के लिए लिया गया है कि हर वर्ग के लोग बिना किसी बाधा के मतदान प्रक्रिया में भाग ले सकें.
चुनाव के दौरान बंद रहेंगे शैक्षणिक संस्थान और कार्यालय
चुनाव के दिन उत्तराखंड के सभी शैक्षणिक संस्थान और कार्यालय (schools and offices closed on voting day) बंद रहेंगे. सरकार ने सुनिश्चित किया है कि यह अवकाश सभी सरकारी और निजी संस्थानों पर समान रूप से लागू हो. इस कदम का उद्देश्य यह है कि सभी लोग स्वतंत्र और निष्पक्ष तरीके से अपने मतों का प्रयोग कर सकें.
चुनाव में भागीदारी के लिए जागरूकता अभियान
सरकार ने नगर निकाय चुनाव में ज्यादा से ज्यादा लोगों की भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए जागरूकता अभियान (voter awareness for municipal elections) चलाने की योजना बनाई है. इसके तहत, लोगों को मतदान के महत्व और उनके अधिकारों के प्रति जागरूक किया जाएगा. इससे उम्मीद की जा रही है कि इस बार के चुनाव में मतदान प्रतिशत बढ़ेगा.
बैलट पेपर का इस्तेमाल
चुनाव आयोग ने ईवीएम के बजाय बैलट पेपर के इस्तेमाल (ballot paper voting benefits) का फैसला किया है. यह निर्णय इसलिए लिया गया है ताकि चुनाव प्रक्रिया में पारदर्शिता बनी रहे और लोगों का विश्वास बढ़े. बैलट पेपर का उपयोग विशेष रूप से छोटे और ग्रामीण इलाकों में अधिक प्रभावी माना जा रहा है.
चुनाव के परिणाम
चुनाव परिणाम 25 जनवरी 2025 को घोषित (Uttarakhand election results announcement) किए जाएंगे. जनता ने इस बार कई बदलावों की उम्मीद के साथ मतदान में भाग लिया है. मतगणना पूरी होने के बाद यह स्पष्ट होगा कि जनता ने किन चेहरों पर भरोसा जताया है.
