सोमवार को पेट्रोल डीजल के रेट हुए जारी, जाने 1 लीटर पेट्रोल डीजल की कीमत Petrol Diesel Price

WhatsApp ग्रुप ज्वाइन करे Join Now

Petrol Diesel Price: अंतरराष्ट्रीय बाजार में आज कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट दर्ज की गई है. क्रूड ऑयल 74 डॉलर प्रति बैरल के नीचे कारोबार कर रहा है, जबकि ब्रेंट क्रूड का भाव 77.75 डॉलर प्रति बैरल पर है. यह गिरावट उपभोक्ताओं के लिए राहत की खबर है क्योंकि इसका असर पेट्रोल-डीजल की कीमतों पर पड़ सकता है.

देश में पेट्रोल-डीजल की कीमतों का अपडेट

देशभर में ऑयल मार्केटिंग कंपनियों ने पेट्रोल-डीजल की कीमतें अपडेट कर दी हैं. कई राज्यों में ईंधन के दाम कम हुए हैं, जबकि कुछ जगहों पर हल्की बढ़ोतरी देखने को मिली है. हालांकि, दिल्ली, मुंबई, चेन्नई और कोलकाता जैसे चार बड़े महानगरों में पेट्रोल और डीजल की कीमतें स्थिर बनी हुई हैं.

चारों महानगरों में पेट्रोल-डीजल की कीमत

देश के चार प्रमुख महानगरों में ईंधन के दाम निम्नलिखित हैं:

  • दिल्ली: पेट्रोल ₹96.65 और डीजल ₹89.82 प्रति लीटर.
  • मुंबई: पेट्रोल ₹106.31 और डीजल ₹94.27 प्रति लीटर.
  • चेन्नई: पेट्रोल ₹102.63 और डीजल ₹94.24 प्रति लीटर.
  • कोलकाता: पेट्रोल ₹106.03 और डीजल ₹92.76 प्रति लीटर.

इन शहरों में बदले गए पेट्रोल-डीजल के दाम

देश के कुछ शहरों में पेट्रोल-डीजल की कीमतों में बदलाव हुआ है. नीचे दिए गए शहरों में नई कीमतें लागू की गई हैं:

  • गुरुग्राम: पेट्रोल ₹94.99 और डीजल ₹87.84 प्रति लीटर.
  • पटना: पेट्रोल ₹105.23 और डीजल ₹92.09 प्रति लीटर.
  • जयपुर: पेट्रोल ₹104.91 और डीजल ₹90.21 प्रति लीटर.

आंध्र प्रदेश और छत्तीसगढ़ में सस्ता हुआ पेट्रोल

आंध्र प्रदेश और छत्तीसगढ़ समेत कुछ राज्यों में पेट्रोल के दामों में गिरावट आई है. इससे इन राज्यों के उपभोक्ताओं को राहत मिलेगी. दूसरी ओर, बिहार और दमन जैसे राज्यों में पेट्रोल और डीजल की कीमतों में मामूली बढ़ोतरी देखी गई है.

हर सुबह 6 बजे बदलते हैं पेट्रोल-डीजल के दाम

पेट्रोल और डीजल की कीमतें हर दिन सुबह 6 बजे अपडेट की जाती हैं. इसी समय से नए रेट लागू हो जाते हैं. ईंधन की कीमतों में एक्साइज ड्यूटी, डीलर कमीशन और वैट जोड़ने के बाद इसका मूल दाम लगभग दोगुना हो जाता है. यही वजह है कि पेट्रोल और डीजल के दाम इतने अधिक दिखाई देते हैं.

पेट्रोल-डीजल की कीमतों का निर्धारण कैसे होता है?

पेट्रोल-डीजल की कीमतें अंतरराष्ट्रीय कच्चे तेल की कीमतों, मुद्रा विनिमय दर, टैक्स, और डीलरों के मार्जिन पर निर्भर करती हैं. भारत में ईंधन की कीमतों का निर्धारण ‘डायनामिक प्राइसिंग’ प्रणाली के तहत होता है, जिससे कीमतें रोजाना अपडेट होती हैं.

गिरावट का असर उपभोक्ताओं पर

अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट का सीधा फायदा आम उपभोक्ताओं को मिल सकता है. इससे परिवहन लागत में कमी आएगी, जिसका असर वस्तुओं की कीमतों पर भी पड़ेगा.

सरकार और ऑयल कंपनियों की भूमिका

सरकार और ऑयल मार्केटिंग कंपनियां मिलकर पेट्रोल-डीजल की कीमतों को नियंत्रित करती हैं. एक्साइज ड्यूटी और वैट जैसे टैक्स का सीधा असर उपभोक्ता कीमतों पर पड़ता है.

स्थानीय स्तर पर कीमतों में अंतर क्यों?

भारत में पेट्रोल-डीजल की कीमतें राज्यवार अलग-अलग होती हैं. इसकी वजह है वैट और परिवहन लागत का अंतर. जैसे, महाराष्ट्र और राजस्थान में पेट्रोल के दाम अन्य राज्यों की तुलना में ज्यादा हैं, क्योंकि यहां टैक्स अधिक है.

क्या हो सकता है आगे का रुख?

विशेषज्ञों का मानना है कि अगर अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतें और घटती हैं, तो इसका असर जल्द ही देश में पेट्रोल-डीजल की कीमतों पर दिखेगा. उपभोक्ताओं को उम्मीद है कि सरकार टैक्स में राहत देकर ईंधन के दाम और कम कर सकती है.

उपभोक्ताओं के लिए क्या है सुझाव?

पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमतों को ध्यान में रखते हुए उपभोक्ताओं को ईंधन की खपत में कमी लाने के उपाय अपनाने चाहिए. साझा वाहन (कारपूलिंग), इलेक्ट्रिक वाहनों का इस्तेमाल और सार्वजनिक परिवहन का अधिक उपयोग करना बेहतर विकल्प हो सकते हैं.

Leave a Comment