यूपी में यहां बिछाई जाएगी 60KM की रेल्वे लाइन, इन गांवों के लोगों की हुई मौज New Railway Line

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New Railway Line: भारतीय रेलवे अपने रेल नेटवर्क के विस्तार और स्टेशनों के आधुनिकीकरण के लिए लगातार काम कर रहा है. इसी कड़ी में उत्तर प्रदेश में फाफामऊ-उन्नाव रेल लाइन के दोहरीकरण की योजना बनाई गई है. इस परियोजना के तहत रायबरेली में 60 किलोमीटर लंबी दूसरी नई रेल लाइन बिछाई जाएगी जिससे ट्रेनों की गति में बढ़ोतरी होगी.

दोहरीकरण से ट्रेनों की स्पीड और संख्या में होगा बढ़ोतरी

फाफामऊ से उन्नाव तक 200 किलोमीटर लंबी नई रेल लाइन (200 KM Long Railway Line) बिछाई जानी है, जिसमें रायबरेली जिले के भीतर 60 किलोमीटर रेल लाइन (60 KM Railway Line in Raebareli) शामिल होगी. वर्तमान में सिंगल ट्रैक होने के कारण (Single Track Railway Issue) ट्रेनों को क्रॉसिंग के लिए रुकना पड़ता है, जिससे यात्रा में देरी होती है. डबल लाइन बनने के बाद (Railway Doubling Project) ट्रेनों की संख्या भी बढ़ाई जा सकेगी.

किन स्टेशनों का होगा कायाकल्प?

इस रेल परियोजना के अंतर्गत ऊंचाहार, लालगंज और डलमऊ (Unchahar, Lalganj, Dalmau Railway Stations) जैसे प्रमुख स्टेशनों का विकास किया जाएगा. साथ ही, अरखा, ईश्वरदासपुर, मंझलेपुर, जलालपुर धई, बरारा बुजुर्ग, बहाई, निहस्था और रघुराज सिंह (Small Railway Stations in Raebareli) जैसे छोटे स्टेशनों को भी आधुनिक बनाया जाएगा. इन स्टेशनों पर नई सुविधाएं और बेहतर यात्री अनुभव (Improved Railway Station Facilities) प्रदान करने के लिए प्लेटफॉर्मों का विस्तार किया जाएगा.

औद्योगिक महत्व

फाफामऊ-उन्नाव रेल लाइन पर ऊंचाहार स्थित एनटीपीसी संयंत्र (NTPC Unchahar Power Plant) और लालगंज में स्थित मॉडर्न कोच फैक्टरी (Modern Coach Factory in Lalganj) का संचालन होता है. एनटीपीसी में मालगाड़ियों का आवागमन (Freight Train Movement for NTPC) फाफामऊ के रास्ते से होता है, जबकि कोच फैक्टरी से नई बोगियों की सप्लाई (New Coach Supply from Lalganj) इसी रूट से की जाती है.

सिंगल ट्रैक से ट्रेनों के संचालन में आ रही थी दिक्कत

सिंगल ट्रैक होने के कारण यात्री और मालगाड़ियों (Passenger and Freight Trains) दोनों के संचालन में दिक्कत आ रही थी. ट्रेनों को स्टेशनों पर अधिक समय तक रुकना पड़ता था (Train Delay Due to Single Track), जिससे यात्रियों को असुविधा होती थी. रेलवे के सहायक मंडल अभियंता पवन कुमार (Assistant Divisional Engineer Pawan Kumar) ने बताया कि दोहरीकरण से स्टेशनों का भी विकास (Railway Station Modernization After Doubling) किया जाएगा.

महाकुंभ के बाद शुरू होगा दोहरीकरण कार्य

इस रेल परियोजना का काम महाकुंभ 2025 के बाद (Railway Project Post Mahakumbh 2025) शुरू किया जाएगा. वित्तीय वर्ष 2023-24 में 1600 करोड़ रुपये (Railway Budget 1600 Crore) की लागत से इसे मंजूरी मिली थी, जिसमें पहली किस्त के रूप में 50 करोड़ रुपये (50 Crore Fund Allocation) स्वीकृत किए गए थे. इस राशि का उपयोग सर्वेक्षण कार्य और परियोजना की रूपरेखा तैयार करने (Railway Project Planning and Survey) के लिए किया गया था.

सर्वेक्षण और टेंडर प्रक्रिया पूरी, जल्द होगा निर्माण कार्य

फाफामऊ-जंघई दोहरीकरण परियोजना पहले से ही चल रही थी, जिससे फाफामऊ-उन्नाव का काम अभी तक शुरू नहीं हो सका था (Delay Due to Phaphamau-Janghai Project). लेकिन अब फाफामऊ-जंघई का काम पूरा हो चुका है, और महाकुंभ के बाद (After Mahakumbh 2025) फाफामऊ-उन्नाव दोहरीकरण (Phaphamau-Unnao Doubling Project) का कार्य शुरू कर दिया जाएगा. सर्वे पूरा होने के बाद अब टेंडर प्रक्रिया जारी (Tender Process for Rail Project) है और मार्च के बाद निर्माण कार्य शुरू होने की उम्मीद है.

पहले चरण में किन रूटों का होगा दोहरीकरण?

रेलवे अधिकारियों के अनुसार, इस परियोजना को दो चरणों में पूरा किया जाएगा (Two-Phase Railway Doubling Project). पहले चरण में फाफामऊ से ऊंचाहार (Phaphamau to Unchahar Doubling) के बीच काम किया जाएगा. दूसरे चरण में ऊंचाहार से उन्नाव तक रेल लाइन (Unchahar to Unnao Rail Line Expansion) को डबल किया जाएगा.

रेलवे को मिलेगी नई रफ्तार

इस परियोजना के पूरा होने के बाद ट्रेनों की गति में वृद्धि (Increase in Train Speed) होगी और यात्रियों को बेहतर सुविधाएं (Better Passenger Amenities) मिलेंगी. इसके साथ ही, रेलवे को मालगाड़ियों की अधिकतम क्षमता का उपयोग करने (Optimized Freight Train Capacity) में भी मदद मिलेगी.

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