16 जनवरी गुरुवार को बैंक रहेंगे बंद, RBI ने बताया 16 जनवरी की छुट्टी का कारण Bank Holidays

WhatsApp ग्रुप ज्वाइन करे Join Now

Bank Holidays: गुरुवार 16 जनवरी को तमिलनाडु में बैंक बंद रहेंगे. इस दिन तमिलनाडु में ‘उझावर तिरुनल’ त्योहार मनाया जाएगा, जो किसानों को समर्पित है. यह त्योहार पोंगल के तीसरे दिन मनाया जाता है और विशेष रूप से ग्रामीण क्षेत्रों में इसकी बड़ी मान्यता है. यदि आप तमिलनाडु में रहते हैं और बैंक से जुड़ा कोई जरूरी काम है, तो इसे ध्यान में रखते हुए योजना बनाएं.

उझावर तिरुनल

उझावर तिरुनल तमिलनाडु का एक विशेष पर्व है जिसे किसानों के योगदान का सम्मान करने के लिए मनाया जाता है. इस दिन किसान अपने बैलों को सजाते हैं, पूजा करते हैं और कृषि में अच्छी फसल के लिए धन्यवाद प्रकट करते हैं. यह पर्व ग्रामीण जीवन और कृषि के महत्व को उजागर करता है और समाज को प्रकृति और खेती के प्रति जागरूक बनाता है.

जनवरी 2025 में बैंक हॉलिडे की पूरी सूची

जनवरी 2025 में कई राज्यों में बैंक हॉलिडे हैं. यहां सभी तारीखों की सूची दी गई है:

  • 15 जनवरी: तिरुवल्लुवर डे (चेन्नई में बैंक बंद)
  • 16 जनवरी: उझावर तिरुनल (चेन्नई में बैंक बंद)
  • 19 जनवरी: रविवार
  • 23 जनवरी: नेताजी सुभाष चंद्र बोस जयंती/वीर सुरेंद्र साईं जयंती (अगरतला, भुवनेश्वर, कोलकाता में बैंक बंद)
  • 25 जनवरी: चौथा शनिवार
  • 26 जनवरी: गणतंत्र दिवस (रविवार)

ऑनलाइन बैंकिंग

बैंक हॉलिडे के दौरान भी ग्राहक ऑनलाइन बैंकिंग सेवाओं का उपयोग कर सकते हैं. फंड ट्रांसफर, बिल भुगतान और बैलेंस चेक करने के लिए बैंक की मोबाइल ऐप और वेबसाइट एक सुविधाजनक विकल्प हैं. नकदी की आवश्यकता होने पर एटीएम का भी उपयोग किया जा सकता है.

पोंगल के तीसरे दिन मनाया जाने वाला त्योहार

पोंगल, तमिलनाडु का सबसे महत्वपूर्ण पर्व, चार दिनों तक मनाया जाता है. इसका तीसरा दिन ‘मट्टू पोंगल’ या ‘उझावर तिरुनल’ के रूप में जाना जाता है. यह दिन विशेष रूप से ग्रामीण समुदाय और किसानों के लिए समर्पित होता है. लोग बैलों को सजाते हैं, पारंपरिक नृत्य और खेल आयोजित करते हैं, और गांवों में उत्सव का माहौल होता है.

तमिलनाडु में बैंक छुट्टिया

तमिलनाडु में बैंक छुट्टियां स्थानीय त्योहारों और खास मौकों के लिए निर्धारित की जाती हैं. यह छुट्टियां स्थानीय समुदायों को उनके सांस्कृतिक और पारंपरिक त्योहार मनाने का मौका देती हैं. उझावर तिरुनल जैसे पर्व इस परंपरा को और मजबूत करते हैं.

Leave a Comment