Pensioners News: हरियाणा के नरवाना में दस्तावेजों में हेरफेर कर गलत तरीके से समाज कल्याण विभाग से पेंशन लेने वालों के खिलाफ जांच तेज हो गई है. प्रशासन की ओर से इस मामले की पड़ताल एडीसी विवेक आर्य कर रहे हैं. जिन लोगों के नाम इस गड़बड़ी में शामिल पाए गए हैं उनकी रिपोर्ट मांगी गई है.
200 नाबालिगों ने गलत तरीके से पेंशन ली
एक सप्ताह पहले नरवाना में करीब 200 नाबालिग (Fake Age Pension Scam in Haryana) व्यक्तियों द्वारा आधार कार्ड (Aadhaar Card Fraud), जन्म प्रमाण पत्र (Birth Certificate Manipulation) और वोटर आईडी (Voter ID Age Fraud) में छेड़छाड़ कर पेंशन लेने का मामला सामने आया था. नरवाना एसडीएम ने इस घोटाले की पुष्टि की और सख्त कार्रवाई का आश्वासन दिया था.
आयु में हेरफेर कर ली जा रही थी वृद्धावस्था पेंशन
अधिकारियों को सूचना मिली थी कि 40 से 50 वर्ष की उम्र (Age Manipulation for Pension)** के करीब 200 लोगों ने अपनी जन्मतिथि बदलकर बुढ़ापा पेंशन (Old Age Pension Fraud) लेनी शुरू कर दी. इन लोगों ने नकली जन्मतिथि (Fake Date of Birth in Documents) को अपने फैमिली आईडी (Family ID Pension Manipulation) में अपलोड कर विभाग को गुमराह किया.
सीएससी संचालकों और कर्मचारियों की भूमिका संदिग्ध
इस घोटाले में सीएससी केंद्र संचालकों (CSC Center Involvement in Pension Fraud) और समाज कल्याण विभाग (Social Welfare Department Corruption) के कर्मचारियों की भूमिका संदिग्ध मानी जा रही है. एडीसी ने उन सीएससी संचालकों और विभागीय अधिकारियों की सूची मांगी है, जिन्होंने पेंशन स्वीकृति में भूमिका निभाई थी.
मतदाता पहचान पत्र में 10 साल की हेराफेरी
जांच में सामने आया कि कई व्यक्तियों ने अपने मतदाता पहचान पत्र (Voter ID Fraud for Pension) में जन्मतिथि बदलवा ली. उदाहरण के लिए, जिनकी असली जन्मतिथि 1 जनवरी 1974 (Original Date of Birth) थी, उन्होंने इसे 10 साल पहले यानी 1 जनवरी 1964 (Fake Date of Birth for Pension) करवा लिया, जिससे वे 60 वर्ष की उम्र पार करने का दिखावा कर पेंशन ले सकें.
कई लोगों ने की जन्मतिथि में हेराफेरी
- 40 वर्षीय व्यक्ति (40-Year-Old Pension Fraudster) की असली जन्मतिथि 2 जनवरी 1982 (Actual Date of Birth) थी, लेकिन इसे 1 जनवरी 1964 (Manipulated Date of Birth) में बदलवा लिया.
- 46, 44 और 49 वर्ष के लोगों (Multiple Age Fraud Cases) ने भी अपने जन्म प्रमाण पत्र में बदलाव किया ताकि वे पेंशन के लिए योग्य बन सकें.
प्रशासन सख्त, दोषियों पर होगी कार्रवाई
एडीसी विवेक आर्य (ADC Vivek Arya Statement) ने कहा कि यह घोटाला बड़े स्तर पर किया गया है और इसमें समाज कल्याण विभाग (Social Welfare Department Irregularities), सीएससी केंद्र (Common Service Center Pension Fraud) और कुछ सरकारी कर्मचारियों की भूमिका की भी जांच की जाएगी. जिन लोगों के नाम इस घोटाले में सामने आए हैं, उनकी सूची तैयार की जा रही है.
दोषियों पर होगी कानूनी कार्रवाई
प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि सभी दोषियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई (Legal Action in Pension Scam) की जाएगी. अगर सरकारी कर्मचारियों की संलिप्तता साबित होती है, तो उनके खिलाफ भी निलंबन (Suspension of Corrupt Officers) और अनुशासनात्मक कार्यवाही (Disciplinary Action Against Government Employees) की जाएगी.