साल में दो बार होगी 10वीं और 12वीं की परीक्षाएं, जल्द ही लागू हो सकता है नया सिस्टम Board Exam

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Board Exam: केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने 2026-27 शैक्षणिक सत्र से 10वीं और 12वीं कक्षा की बोर्ड परीक्षाओं में बड़े बदलाव का ऐलान किया है. अब बोर्ड परीक्षाएं साल में दो बार आयोजित की जाएंगी. छात्रों को दोनों परीक्षाओं में शामिल होने का मौका मिलेगा जिससे परीक्षा का तनाव कम होगा.

सीबीएसई से होगी शुरुआत

शिक्षा मंत्री ने बताया कि यह बदलाव सबसे पहले सीबीएसई बोर्ड (CBSE Board Exam Updates 2026) में लागू किया जाएगा. इसके बाद अन्य राज्य बोर्ड भी इसे अपना सकते हैं. इस निर्णय का उद्देश्य छात्रों के मानसिक स्वास्थ्य और उनकी पढ़ाई के दबाव को कम करना है.

परीक्षा का नया सेमेस्टर सिस्टम

2026-27 सत्र से बोर्ड परीक्षा में सेमेस्टर सिस्टम (Semester System in Board Exams) लागू हो सकता है. पहली परीक्षा फरवरी में और दूसरी अप्रैल में आयोजित की जाएगी. छात्रों का बेहतर प्रदर्शन वाले सेक्शन का स्कोर फाइनल रिजल्ट में शामिल किया जाएगा.

छात्रों पर पढ़ाई का दबाव होगा कम

दो बार परीक्षा आयोजित करने का उद्देश्य छात्रों पर पढ़ाई का बोझ (Reducing Study Pressure on Students) कम करना है. यह बदलाव छात्रों को परीक्षा की तैयारी के लिए अधिक समय और लचीलापन देगा. वे अपनी सुविधा के अनुसार किसी भी सत्र में परीक्षा दे सकते हैं.

फेल होने पर दूसरा मौका

अगर कोई छात्र पहले सेशन (Second Chance for Students in Board Exams) में फेल हो जाता है, तो वह दूसरे सेशन की परीक्षा दे सकता है. यह कदम उन छात्रों के लिए राहत लेकर आएगा जो किसी कारणवश पहली परीक्षा में अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाते.

राष्ट्रीय शिक्षा नीति का हिस्सा

यह बदलाव राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 (NEP 2020 Implementation in Board Exams) के तहत किया जा रहा है. शिक्षा नीति का मुख्य उद्देश्य छात्रों को तनावमुक्त और प्रभावी शिक्षा प्रणाली प्रदान करना है.

छात्रों के लिए मौका

दो बार परीक्षा होने से छात्रों को (Flexible Options for Board Exams) अधिक अवसर मिलेंगे. इससे वे अपनी तैयारी को बेहतर तरीके से प्लान कर सकते हैं और बोर्ड परीक्षा में बेहतर प्रदर्शन कर पाएंगे.

अन्य राज्य बोर्ड भी करेंगे बदलाव

सीबीएसई के बाद अन्य राज्य बोर्ड (State Boards to Follow CBSE Exam Pattern) भी इस मॉडल को लागू करने की तैयारी कर रहे हैं. शिक्षा मंत्री ने बताया कि राज्यों को इस बदलाव के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश दिए जाएंगे.

छात्रों और अभिभावकों के लिए राहत

इस नई प्रणाली से न केवल छात्रों को परीक्षा के लिए पर्याप्त समय (Benefits for Students and Parents) मिलेगा, बल्कि अभिभावकों के लिए भी यह एक राहत भरी खबर है. यह बदलाव छात्रों को मानसिक दबाव से बचाने और उन्हें सही दिशा में मार्गदर्शन देने के उद्देश्य से किया गया है.

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