Creche Centres: हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने प्रदेशभर में 324 क्रेच सेंटर का वर्चुअली उद्घाटन किया. इन क्रेच सेंटरों का उद्देश्य कामकाजी माता-पिता के छोटे बच्चों को एक सुरक्षित और बेहतर देखभाल की सुविधा प्रदान करना है. इन केंद्रों की शुरुआत प्रदेशभर के कामकाजी माता-पिता और उनके बच्चों के लिए राहत लेकर आई है.
सिरसा में 15 क्रेच सेंटर की शुरुआत
मुख्यमंत्री द्वारा उद्घाटन किए गए 324 केंद्रों में से सिरसा जिले में 15 क्रेच सेंटर शामिल हैं. सिरसा के बेगू रोड स्थित प्रीत नगर गली नंबर 4 में एक क्रेच सेंटर पर उपायुक्त शांतनु शर्मा ने रिबन काटकर इसका उद्घाटन किया. इस दौरान उपायुक्त ने क्रेच सेंटर पर उपलब्ध सुविधाओं का जायजा लिया और बच्चों के संपूर्ण विकास के लिए किए गए प्रबंधों की सराहना की.
कामकाजी माता-पिता को मिलेगा लाभ
सिरसा उपायुक्त शांतनु शर्मा ने बताया कि इन क्रेच सेंटरों से कामकाजी माता-पिता को अपने छोटे बच्चों की देखभाल के लिए एक सुरक्षित स्थान मिलेगा. उन्होंने कहा कि महिला एवं बाल विकास विभाग की देखरेख में इन केंद्रों पर बच्चों के मानसिक और शारीरिक विकास के लिए उत्कृष्ट सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी.
यमुनानगर में 33 नए क्रेच सेंटर की शुरुआत
यमुनानगर में भी मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी की इस पहल के तहत 33 नए क्रेच सेंटर शुरू किए गए हैं. यमुनानगर के पुलिस लाइन स्थित क्रेच सेंटर का उद्घाटन पुलिस अधीक्षक राजीव देशवाल ने किया. उन्होंने कहा कि पुलिस में काम करने वाली महिलाओं के लिए यह क्रेच केंद्र किसी वरदान से कम नहीं है.
पुलिस कर्मचारियों के लिए राहत
पुलिस अधीक्षक राजीव देशवाल ने मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी का धन्यवाद व्यक्त करते हुए कहा कि महिला पुलिसकर्मियों के छोटे बच्चों की देखभाल के लिए इन केंद्रों की लंबे समय से आवश्यकता थी. अब इन केंद्रों के माध्यम से महिला कर्मचारियों को अपनी ड्यूटी और अपने बच्चों की देखभाल के बीच सामंजस्य बनाने में मदद मिलेगी.
क्रेच सेंटर में दी जाने वाली सुविधाएं
हरियाणा के इन नए क्रेच सेंटरों में बच्चों के मानसिक और शारीरिक विकास के लिए कई सुविधाएं प्रदान की जाएंगी:
- सुरक्षित वातावरण: बच्चों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए उचित प्रबंध.
- शैक्षणिक गतिविधियां: बच्चों के बौद्धिक विकास के लिए खेल और पढ़ाई का समावेश.
- पोषण का ध्यान: बच्चों के लिए पौष्टिक आहार की व्यवस्था.
- स्वास्थ्य सेवाएं: नियमित स्वास्थ्य जांच और आपातकालीन सेवाएं.
महिला सशक्तिकरण की दिशा में एक कदम
इन क्रेच सेंटरों की शुरुआत हरियाणा में महिला सशक्तिकरण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है. कामकाजी महिलाओं को अब अपने बच्चों की देखभाल के लिए चिंता नहीं करनी पड़ेगी. इसके अलावा, यह पहल महिलाओं को अधिक आत्मनिर्भर और आत्मविश्वासी बनाएगी.
महिला एवं बाल विकास विभाग का कुशल प्रबंधन
महिला एवं बाल विकास विभाग की देखरेख में इन क्रेच सेंटरों का संचालन किया जाएगा. यह विभाग सुनिश्चित करेगा कि बच्चों को हर संभव सुविधा और देखभाल मिले. विभाग की जिम्मेदारी होगी कि इन केंद्रों पर बच्चों की शिक्षा, स्वास्थ्य और पोषण का सही ढंग से प्रबंधन हो.
ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में संतुलन
इन क्रेच सेंटरों की शुरुआत न केवल शहरों में, बल्कि ग्रामीण इलाकों में भी की गई है. यह पहल सुनिश्चित करेगी कि हरियाणा के दूरदराज के क्षेत्रों में भी बच्चों को बेहतर देखभाल की सुविधा मिल सके.
बच्चों के मानसिक और शारीरिक विकास पर ध्यान
इन क्रेच सेंटरों का मुख्य उद्देश्य बच्चों के मानसिक और शारीरिक विकास को बढ़ावा देना है. खेल-कूद, पढ़ाई, और स्वास्थ्य सेवाओं के माध्यम से बच्चों को एक स्वस्थ और सकारात्मक वातावरण प्रदान किया जाएगा.
माता-पिता की प्रतिक्रियाएं
इन क्रेच सेंटरों की शुरुआत पर कामकाजी माता-पिता ने खुशी जताई है. उन्होंने सरकार के इस कदम की सराहना की है और कहा कि अब वे अपने काम पर ध्यान केंद्रित कर सकेंगे, क्योंकि उनके बच्चों की देखभाल के लिए एक भरोसेमंद व्यवस्था दी गई है.
सरकार की पहल का सकारात्मक असर
हरियाणा सरकार की इस पहल से न केवल कामकाजी माता-पिता को राहत मिलेगी, बल्कि यह बच्चों के लिए एक बेहतर भविष्य तैयार करने में भी सहायक होगी. यह कदम प्रदेश में शिक्षा और बाल विकास के क्षेत्र में एक मील का पत्थर साबित होगा.