Bank Account Limit: आज के डिजिटल युग में बैंक खाता होना एक आवश्यक सुविधा बन चुका है. अधिकतर लोग अपनी बचत को सुरक्षित रखने, वेतन प्राप्त करने, व्यापारिक लेन-देन या सरकारी योजनाओं का लाभ उठाने के लिए बैंक खाता खुलवाते हैं. लेकिन क्या आप जानते हैं कि कोई व्यक्ति अधिकतम कितने बैंक खाते खोल सकता है? भारतीय रिजर्व बैंक ने बैंक खातों से जुड़े कुछ नियम बनाए हैं, जिनका पालन करना हर ग्राहक के लिए जरूरी है.
एक व्यक्ति कितने बैंक खाते खोल सकता है?
आरबीआई के अनुसार, किसी व्यक्ति के लिए बैंक खाते खोलने की कोई निर्धारित सीमा नहीं है. यानी आप चाहें तो कई बैंकों में अपने नाम से अलग-अलग खाते खोल सकते हैं. लेकिन ज्यादा खातों को मैनेज करना मुश्किल हो सकता है और कुछ मामलों में बैंक सेवा शुल्क (bank account charges) भी बढ़ सकता है. इसलिए यह जरूरी है कि जरूरत के हिसाब से ही बैंक खाता खोला जाए.
बैंक खातों का वर्गीकरण
आरबीआई (RBI) द्वारा बैंक खातों को अलग-अलग कैटेगरी में रखा गया है. मुख्य रूप से बैंक खाते चार प्रकार के होते हैं:
- बचत खाता (Savings Account) – यह खाता व्यक्तिगत बचत के लिए होता है, जिस पर बैंक द्वारा ब्याज दिया जाता है. यह खाता सबसे अधिक इस्तेमाल किया जाता है.
- चालू खाता (Current Account) – व्यापारियों और कंपनियों के लिए बनाया गया यह खाता लेन-देन की अधिकतम सीमा की सुविधा प्रदान करता है.
- वेतन खाता (Salary Account) – यह खासतौर पर नौकरीपेशा लोगों के लिए होता है, जिसे कंपनी द्वारा खोला जाता है. इसमें मिनिमम बैलेंस की कोई बाध्यता नहीं होती.
- संयुक्त खाता (Joint Account) – यह दो या अधिक व्यक्तियों द्वारा संचालित किया जाता है और यह बचत और चालू खाते (multiple bank accounts) दोनों तरह का हो सकता है.
अधिक बैंक खाते खोलने के फायदे और नुकसान
अधिक बैंक खाते होने के फायदे
अलग-अलग बैंक खातों से अपनी वित्तीय स्थिति का बेहतर प्रबंधन कर सकते हैं.
निवेश, बचत और व्यापार के लिए अलग-अलग खाते होने से ट्रांजैक्शन ट्रैक करना आसान हो जाता है.
विभिन्न बैंकों की ओर से मिलने वाली सुविधाओं का लाभ लिया जा सकता है, जैसे क्रेडिट कार्ड, लोन, ब्याज दर आदि.
अधिक बैंक खाते होने के नुकसान
हर बैंक खाता एक निश्चित न्यूनतम बैलेंस (minimum balance in bank account) की मांग करता है, जिसे बनाए रखना मुश्किल हो सकता है.
कुछ बैंक निष्क्रिय खाते (Inactive Bank Accounts) पर मासिक या वार्षिक शुल्क लगाते हैं, जिससे अनावश्यक खर्च बढ़ सकता है.
ज्यादा बैंक खाते होने पर वित्तीय प्रबंधन मुश्किल हो सकता है, जिससे टैक्स संबंधी समस्याएं आ सकती हैं.
कब एक से अधिक बैंक खाते खोलना चाहिए?
यदि आप व्यवसायी (business person) हैं, तो एक चालू खाता और एक बचत खाता रखना फायदेमंद हो सकता है.
यदि आप अलग-अलग निवेश कर रहे हैं, तो निवेश संबंधित ट्रांजैक्शन (investment account benefits) के लिए अलग खाता खोल सकते हैं.
यदि आप नौकरीपेशा हैं, तो सैलरी खाता और व्यक्तिगत बचत खाता अलग-अलग रखना सही रहेगा.
यदि आप सरकारी लाभ लेना चाहते हैं, तो उसके लिए जनधन खाता (jan dhan account scheme) खोल सकते हैं.
आरबीआई के नियम
भारतीय रिजर्व बैंक (Reserve Bank of India) के अनुसार, अगर कोई बैंक खाता 12 महीनों तक निष्क्रिय रहता है, तो उसे इनऑपरेटिव माना जाता है. अगर यह स्थिति 24 महीनों तक बनी रहती है, तो बैंक इसे डॉर्मेंट (Dormant Bank Account) घोषित कर सकता है. ऐसे खातों पर बैंक अतिरिक्त शुल्क वसूल सकता है. (bank account maintenance charges)
बैंक खाता खोलने के लिए जरूरी दस्तावेज
यदि आप नया बैंक खाता खोलना चाहते हैं, तो आपको निम्नलिखित दस्तावेज जमा करने होंगे:
आधार कार्ड (Aadhaar Card)
पैन कार्ड (PAN Card)
निवास प्रमाण पत्र (Address Proof)
पासपोर्ट साइज फोटो
मोबाइल नंबर और ईमेल आईडी
इनकम प्रूफ (आवश्यकता अनुसार)
अधिक बैंक खातों से बचने के लिए क्या करें?
यदि आपके पास पहले से अधिक बैंक खाते हैं, तो उन खातों की समीक्षा करें और जो इस्तेमाल में नहीं हैं, उन्हें बंद कर दें.
ऐसे बैंक को चुनें, जो अधिकतम सुविधाएं और कम शुल्क के साथ बेहतर सेवाएं प्रदान करता हो.
अपने वित्तीय लक्ष्यों के अनुसार बैंक खाता चुनें और बेवजह नए खाते खोलने से बचें.