भारत में यहां प्रेग्नेंट होने के लिए आती है विदेशी महिलाएं, इस गांव में बिताती है कई महीने Village For Pregnancy

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Village For Pregnancy: भारत में लद्दाख का क्षेत्र अपनी प्राकृतिक सुंदरता और सांस्कृतिक विविधता के लिए प्रसिद्ध है. लेकिन हाल ही में यहां के कुछ गांवों ने एक और वजह से ध्यान खींचा है. कहा जाता है कि विदेशी महिलाएं इन गांवों में केवल घूमने के लिए ही नहीं बल्कि विशेष उद्देश्य से भी आती हैं.

आर्यन जनजाति ऐतिहासिक धरोहर

लद्दाख के सिंधु नदी के किनारे स्थित इन गांवों में ब्रोक्पा जनजाति (brokpa tribe of ladakh) के लोग रहते हैं. इन जनजातियों को आर्यन सभ्यता का अंतिम अवशेष (last remnants of aryan civilization) माना जाता है. उनकी विशिष्ट विशेषताओं और शुद्ध आर्यन जीन के कारण यह स्थान “आर्यन वैली” के नाम से (Village For Pregnancy) जाना जाता है.

विदेशी महिलाओं की दिलचस्पी

रिपोर्ट्स के अनुसार, कई विदेशी महिलाएं आर्यन जीन (foreign women seeking aryan genes) वाले बच्चों की चाह में यहां आती हैं. यह दावा किया जाता है कि वे इन गांवों में कुछ समय बिताती हैं और स्थानीय संस्कृति के साथ घुलने-मिलने का प्रयास करती हैं.

स्थानीय लोगों की प्रतिक्रिया

इंडिया टुडे की रिपोर्ट के अनुसार गांव के कुछ निवासियों ने इस बात को स्वीकार किया है कि उन्होंने विदेशी महिलाओं (Village For Pregnancy) को इस मकसद से आते देखा है. हालांकि कुछ यूट्यूबर्स को दिए गए इंटरव्यू में स्थानीय लोगों ने इस दावे को मात्र एक कहानी (locals deny claims as myth) बताया है.

आर्यन गांवों की सांस्कृतिक धरोहर

  • ब्रोक्पा जनजाति की भाषा, पहनावा और परंपराएं उन्हें अन्य जनजातियों से अलग बनाती हैं.
  • यह जनजाति अपनी अनूठी संस्कृति और परंपराओं के लिए प्रसिद्ध है.
  • यहां के लोग आर्यन सभ्यता के शुद्ध वंशज होने का दावा करते हैं.

विदेशी पर्यटकों के लिए आकर्षण

लद्दाख के ये गांव अपनी प्राकृतिक सुंदरता, सिंधु नदी के पास की लोकेशन और अनूठी संस्कृति के लिए भी प्रसिद्ध हैं.

  • विदेशी पर्यटक अक्सर इन गांवों में रहकर स्थानीय जीवन का अनुभव लेते हैं.
  • यह स्थान ट्रेकिंग और साहसिक गतिविधियों (adventure activities in aryan valley) के लिए भी लोकप्रिय है.

ब्रोक्पा जनजाति और उनकी विशिष्टता

  • ब्रोक्पा जनजाति के लोग पारंपरिक परिधानों में अपने इतिहास और संस्कृति को जीवंत रखते हैं.
  • इनकी विशिष्ट विशेषताओं को लेकर कई वैज्ञानिक अध्ययन भी किए गए हैं.

पर्यटकों के लिए दिशानिर्देश

  • स्थानीय संस्कृति और परंपराओं का सम्मान करें.
  • अनावश्यक हस्तक्षेप से बचें और पर्यावरण को स्वच्छरखें.
  • पर्यटन के दौरान स्थानीय गाइड की सहायता लें.

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