Public Holidays: भारत में तीन प्रमुख त्योहार मकर संक्रांति, पोंगल और हज़रत अली के जन्मदिन इस बार एक साथ मनाए जाएंगे जिससे देशभर में छुट्टियों का माहौल बना हुआ है. खास बात यह है कि इन तीनों त्योहारों के चलते कुछ राज्यों में लोग लंबे वीकेंड का आनंद भी ले सकते हैं. उत्तर भारत में जहां शीतलहर का असर है वहीं दक्षिण भारत में पोंगल के चलते कई दिनों तक उत्सव का माहौल रहेगा.
तीन त्योहार
इस साल 14 जनवरी को तीन प्रमुख त्योहारों का एक साथ जश्न मनाया जाएगा. मकर संक्रांति, पोंगल और हज़रत अली का जन्मदिन (तीन प्रमुख भारतीय त्योहार) सभी अलग-अलग परंपराओं और सांस्कृतियों का प्रतिनिधित्व करते हैं. लेकिन इन तीनों त्योहारों का एक खास पहलू है, और वह है खुशियां. ये सभी त्योहार खुशी और समृद्धि के प्रतीक हैं, और इनमें भिन्नता के बावजूद एकता का संदेश है.
मकर संक्रांति
मकर संक्रांति उत्तर भारत में खासा धूमधाम से मनाया जाने वाला त्योहार है. यह दिन पतंगबाजी (मकर संक्रांति पतंगबाजी) का होता है, जब आसमान रंग-बिरंगी पतंगों से भरा होता है. उत्तर भारत में इस दिन तिल-गुड़ खाने और एक-दूसरे को दान-पुण्य करने की परंपरा है. यह पर्व सूर्य के मकर राशि में प्रवेश करने के साथ मनाया जाता है, और यह नए मौसम के स्वागत का प्रतीक है.
पोंगल
पोंगल तमिलनाडु का प्रमुख त्योहार है, जो सूर्य देव की पूजा (पोंगल सूर्य पूजा) और किसानों की कड़ी मेहनत को सम्मान देने के लिए मनाया जाता है. यह फसल कटाई का समय होता है, जब किसान अपनी नई फसल की खुशियों को साझा करते हैं. इस दौरान पारंपरिक पकवानों का स्वाद और सांस्कृतिक कार्यक्रम पूरे माहौल को खास बना देते हैं. पोंगल विशेष रूप से दक्षिण भारत में किसानों और ग्रामीण क्षेत्रों के लिए एक बड़े महत्व का त्योहार है.
हज़रत अली का जन्मदिन
हज़रत अली का जन्मदिन इस्लामी समुदाय के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण है. यह दिन प्रार्थना, सामुदायिक सेवा और भाईचारे (हज़रत अली जन्मदिन भाईचारा) का प्रतीक होता है. यह दिन एकता, सहयोग और दूसरों की मदद करने का संदेश देता है. इस दिन लोग सामूहिक रूप से प्रार्थनाएं करते हैं और एक-दूसरे की मदद करने का संकल्प लेते हैं.
दक्षिण भारत में पोंगल का लंबा जश्न
दक्षिण भारत में, खासकर तमिलनाडु और तेलंगाना में, पोंगल का त्योहार कई दिनों तक मनाया जाता है. तेलंगाना में 13 से 17 जनवरी तक स्कूलों, कॉलेजों और दफ्तरों में छुट्टियां रहेंगी. तमिलनाडु में 14 जनवरी को पोंगल, 15 जनवरी को तिरुवल्लुवर दिवस और 16 जनवरी को उझावर थिरुनल की छुट्टियां हैं. इस तरह की बैक-टू-बैक छुट्टियों के कारण लोग लंबा और मजेदार वीकेंड (लंबा वीकेंड छुट्टियां) का आनंद ले सकते हैं.
लंबे वीकेंड का आनंद लें
लंबे वीकेंड का मतलब है परिवार और दोस्तों के साथ समय बिताने का शानदार अवसर. यह समय खुद को रिफ्रेश करने और मानसिक शांति प्राप्त करने का भी है. आप चाहें तो घर पर रहकर पारंपरिक तरीके से त्योहार मनाएं, या फिर किसी नई जगह पर घूमने का प्लान बनाएं. इस दौरान घर में तिल-गुड़ की मिठाई (मकर संक्रांति मिठाई) बनाकर परिवार के साथ खुशियां बांट सकते हैं.
पोंगल और मकर संक्रांति
पोंगल और मकर संक्रांति दोनों ही त्योहार अपने सांस्कृतिक महत्व के लिए प्रसिद्ध हैं. तमिलनाडु में पोंगल के दौरान पारंपरिक खेल और सांस्कृतिक कार्यक्रम (पोंगल सांस्कृतिक कार्यक्रम) पूरे माहौल को रंगीन बना देते हैं. वहीं उत्तर भारत में मकर संक्रांति पर पतंगबाजी के त्योहार में हर कोई रंग-बिरंगे पतंगों को आसमान में उड़ाता है. यह समय परिवारों के साथ मिलकर खुशियां मनाने और संस्कृति का अनुभव करने का होता है.