Noida Airport Update: उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम ने पश्चिम उत्तर प्रदेश के चार प्रमुख मंडलों—मेरठ, सहारनपुर, अलीगढ़ और आगरा—से नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के लिए सीधी बस सेवा शुरू करने की योजना बनाई है. यह बसें एयरपोर्ट के ग्राउंड ट्रांसपोर्टेशन सेंटर तक जाएंगी जिससे यात्रियों को सुविधा मिलेगी. इस सेवा के शुरू होने से लाखों लोगों को सीधा लाभ मिलेगा और उन्हें अलग-अलग ट्रांसपोर्ट साधनों की झंझट से छुटकारा मिलेगा.
एयरपोर्ट तक सीधी बस सेवा से यात्रियों को राहत
नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट का निर्माण कार्य लगभग 77.77 प्रतिशत (Noida International Airport Development) पूरा हो चुका है और अप्रैल 2025 से इसकी यात्री सेवाएं शुरू होने की संभावना है. हालांकि, एयरपोर्ट तक पहुँचने के लिए अभी तक कोई सीधा परिवहन साधन नहीं था. अब यूपी परिवहन निगम ने इस समस्या का समाधान करते हुए एयरपोर्ट के लिए बस सेवा शुरू करने का निर्णय लिया है. इससे यात्रियों को एक सुगम और किफायती यात्रा विकल्प मिलेगा.
नोएडा एयरपोर्ट पर मिलेगी ईवी टैक्सी सेवा
यमुना इंटरनेशनल एयरपोर्ट प्राइवेट लिमिटेड (Yamuna International Airport Pvt. Ltd.) ने यात्रियों की सुविधा के लिए महिंद्रा लॉजिस्टिक्स (Mahindra Logistics) के साथ अनुबंध किया है. इसके तहत, दिल्ली और अन्य शहरों से नोएडा एयरपोर्ट तक ईवी टैक्सी सेवा (EV Taxi Service Noida Airport) उपलब्ध कराई जाएगी. यह टैक्सियां पर्यावरण के अनुकूल होंगी और यात्रियों को तेजी से एयरपोर्ट तक पहुंचाने का काम करेंगी.
वर्ष में 50 लाख यात्रियों के सफर का अनुमान
विशेषज्ञों का मानना है कि पहले ही साल नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट से लगभग 50 लाख यात्री (50 Lakh Passengers Noida Airport) यात्रा करेंगे. इस संख्या को ध्यान में रखते हुए परिवहन के लिए विभिन्न योजनाएं बनाई जा रही हैं. नमो भारत रेल (Namo Bharat Rail) और मेट्रो (Metro Connectivity Noida Airport) जैसी परियोजनाएं भी प्रस्तावित हैं, लेकिन इनके धरातल पर उतरने में अभी समय लगेगा. इसलिए शुरुआत में यात्रियों को राहत देने के लिए यूपी परिवहन निगम ने बस सेवाओं की योजना बनाई है.
इन जिलों से सीधी बस सेवा मिलेगी
परिवहन निगम की बसें मेरठ, सहारनपुर, आगरा और अलीगढ़ मंडल के अंतर्गत आने वाले जिलों से नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट बस कनेक्टिविटी (Noida Airport Direct Bus Service) प्रदान करेंगी. इस परियोजना की जिम्मेदारी सचिन को नोडल अफसर के रूप में दी गई है, जो इसकी रूपरेखा तैयार कर रहे हैं.
बस रूट तय करने के लिए एयरपोर्ट अधिकारियों के साथ बैठक
परिवहन निगम के ग्रेटर नोएडा डिपो के एआरएम अनिल कुमार शर्मा ने बताया कि बस सेवा (Bus Routes to Noida Airport) के लिए एयरपोर्ट कंपनी के अधिकारियों के साथ बैठक की गई है और रूट प्लान मंडलायुक्त को भेजा गया है. हालाँकि, बसों के लिए एयरपोर्ट पर उचित जगह की व्यवस्था किए बिना सेवा शुरू करना मुश्किल होगा.
हरियाणा, दिल्ली, उत्तराखंड और राजस्थान के यात्रियों को भी मिलेगा लाभ
नोएडा एयरपोर्ट से डेढ़ सौ किलोमीटर के दायरे में आने वाले जिलों में यात्रियों का एक सर्वे किया गया था, जिसमें पश्चिम उत्तर प्रदेश के साथ-साथ हरियाणा, दिल्ली, उत्तराखंड और राजस्थान के जिले शामिल थे. इस सर्वे के आधार पर मेरठ, बागपत, बुलंदशहर, गाजियाबाद, गौतमबुद्ध नगर, हापुड़, सहारनपुर, शामली, मुजफ्फरनगर, आगरा, फिरोजाबाद, मथुरा, मैनपुरी, हाथरस, अलीगढ़, एटा और कासगंज को नोएडा एयरपोर्ट बस सेवा (UP Transport to Noida Airport) से जोड़ा जाएगा. इससे इन जिलों के यात्रियों को सीधा लाभ मिलेगा.
500 ईवी बसें भी होंगी संचालित
यूपी परिवहन निगम ने नोएडा एयरपोर्ट के अलावा गौतमबुद्ध नगर में भी 500 इलेक्ट्रिक बसें (500 EV Buses Noida Airport) चलाने की योजना बनाई है. इन बसों के लिए पहले ही रूट तैयार कर लिए गए हैं और संचालन के लिए कंपनी चयन की प्रक्रिया जारी है. ये बसें नोएडा, ग्रेटर नोएडा, यमुना प्राधिकरण क्षेत्र, दादरी, बुलंदशहर, गाजियाबाद और दिल्ली से भी यात्रियों को जोड़ेंगी.
यात्रियों को कम किराए में बेहतर सुविधा मिलेगी
परिवहन निगम द्वारा संचालित बसें एयरपोर्ट यात्रियों के लिए एक किफायती विकल्प प्रदान करेंगी. फिलहाल, निजी टैक्सी और अन्य परिवहन सेवाओं की तुलना में सरकारी बस सेवा का किराया कम होने की संभावना है. इससे न केवल एयरपोर्ट आने-जाने वाले यात्रियों को राहत मिलेगी बल्कि एनसीआर के अन्य जिलों में रहने वाले लोगों को भी रोजमर्रा की यात्रा के लिए एक बेहतर विकल्प मिलेगा.
नोएडा एयरपोर्ट को विश्वस्तरीय परिवहन सुविधाएं मिलने की उम्मीद
नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट को देश के सबसे आधुनिक और पर्यावरण-संवेदनशील एयरपोर्ट के रूप में विकसित किया जा रहा है. यहां पर यात्रियों के लिए एक विश्वस्तरीय परिवहन नेटवर्क तैयार किया जा रहा है, जिसमें बस, ईवी टैक्सी, मेट्रो और रेल सुविधाएं शामिल होंगी. आने वाले वर्षों में, इस एयरपोर्ट को दिल्ली-एनसीआर का सबसे बड़ा हवाई अड्डा बनाने की योजना है.