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Fasal Muavja: राजस्थान सरकार ने किसानों को रबी फसल बीमा का भुगतान करना शुरू कर दिया है. यह राशि वर्ष 2023-24 के लिए निर्धारित की गई है और किसानों के खातों में ट्रांसफर की जा रही है.
- बीमा क्लेम राशि: राज्य सरकार ने किसानों को कुल 160 करोड़ रुपये का बीमा क्लेम भुगतान किया है.
- किसान संगठन की मांग: पिछले साल की खराब बारिश और पाळे के कारण रबी फसल को भारी नुकसान हुआ था, और अब किसानों को राहत मिल रही है.
बीमा राशि का भुगतान और किसान संगठनों का असंतोष
किसानों को राहत देने के लिए बीमा कंपनी से यह राशि प्राप्त की गई है लेकिन किसान संगठनों का कहना है कि वह अभी पूरी तरह से संतुष्ट नहीं हैं.
- किसान सभा का आरोप: किसान सभा के अनुसार, 2023-24 में रबी फसल में किसानों को करीब 450 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है (Farmers Loss During Rabi Crop 2023-24).
- फसल कटाई प्रयोग: किसान सभा का कहना है कि वे फसल कटाई प्रयोग (Crop Cutting Experiment) रिपोर्ट के बाद ही इस बीमा राशि की सटीकता का आंकलन करेंगे.
फसल बीमा योजना के तहत किसानों की स्थिति
राज्य में कुल 7.01 लाख हैक्टेयर क्षेत्र में किसानों ने रबी फसल का बीमा (Rabi Crop Insurance in Rajasthan) कराया था.
- फसल बीमा कवरेज: इस योजना के तहत 6.79 लाख आवेदन प्राप्त हुए थे, जिसमें किसानों ने बीमा कराया था.
- क्लेम लंबित: इसके बावजूद कई किसानों को बीमा क्लेम का भुगतान अब तक नहीं मिला था, जिसे राज्य सरकार ने बीमा कंपनियों से पूरा करवा लिया है.
नुकसान और फसल विशेष मुद्दे
किसान सभा का कहना है कि पिछले साल की मावठ (Mawtha) के अभाव में चने की फसल को सबसे अधिक नुकसान हुआ था.
- मुख्य नुकसान: चने की फसल (Chickpea Crop) के नुकसान की वजह से किसान सबसे ज्यादा प्रभावित हुए हैं, खासकर उन क्षेत्रों में जहां बारानी खेती होती है.
- बारानी क्षेत्र में समस्या: चने की बुवाई मुख्य रूप से मावठ पर निर्भर करती है, और पिछले साल मावठ के अभाव में इस फसल को भारी नुकसान हुआ.
सरकार और किसान संगठनों के बीच विवाद
किसानों के बीच चल रहे असंतोष (Farmer Discontent) के बावजूद सरकार ने क्लेम का भुगतान किया है, लेकिन किसानों को अभी भी अपनी पूरी राशि का इंतजार है.
- किसान संगठनों की उम्मीद: किसान संगठन सरकार से जल्द और पूर्ण भुगतान की मांग कर रहे हैं. उनका कहना है कि अगर भुगतान में देरी होती है, तो किसानों की स्थिति और खराब हो सकती है.