School Holidays Extended: अजमेर जिले में शीतलहर और तेज ठंड के चलते 17 और 18 जनवरी को प्री-प्राइमरी से आठवीं कक्षा तक के सभी सरकारी और निजी स्कूलों में अवकाश घोषित किया गया है. जिला कलक्टर लोकबंधु ने बताया कि मौसम विभाग के पूर्वानुमान के अनुसार ठंड के कारण तापमान में भारी गिरावट होने की संभावना है. रविवार, 19 जनवरी को पहले से ही अवकाश है, इसलिए अब स्कूल सोमवार, 20 जनवरी से खुलेंगे.
प्री-प्राइमरी से आठवीं तक छात्रों के लिए छुट्टियां
यह अवकाश केवल प्री-प्राइमरी से आठवीं कक्षा तक के छात्रों के लिए लागू रहेगा. इस दौरान शिक्षण स्टाफ को यथावत स्कूल में उपस्थित रहकर अपने कार्यों का पालन करना होगा. वहीं, नवीं से बारहवीं कक्षा तक के छात्रों के लिए स्कूल सुबह 10 बजे से संचालित किए जाएंगे. यह निर्णय छात्रों की सुरक्षा और उनके स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए लिया गया है.
आदेश का उल्लंघन करने पर होगी कार्रवाई
जिला प्रशासन ने यह स्पष्ट कर दिया है कि यदि कोई स्कूल इस आदेश का उल्लंघन करता है, तो आपदा प्रबंधन अधिनियम-2005 (Disaster management act-2005) के तहत कार्रवाई की जाएगी. यह नियम यह सुनिश्चित करने के लिए लागू किया गया है कि छात्रों को शीतलहर के प्रभाव से बचाया जा सके.
अजमेर में शीतलहर के कारण तापमान में गिरावट
अजमेर में गुरुवार को शीतलहर और तेज ठंड के कारण न्यूनतम तापमान 6.2 डिग्री सेल्सियस तक गिर गया. अधिकतम तापमान भी 21.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. ठंड के कारण लोगों को दिन में धूप के बावजूद गलन का सामना करना पड़ा. मौसम विशेषज्ञों ने अगले दो-तीन दिनों के लिए येलो अलर्ट (Yellow alert for cold wave) जारी किया है.
शीतलहर के बाद कोहरा और बारिश की संभावना
मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि 20-21 जनवरी के बाद अजमेर और आसपास के इलाकों में घना कोहरा छाने और हल्की बारिश होने की संभावना है. इससे ठंड और बढ़ने की उम्मीद है. प्रशासन ने लोगों को घर में रहने और अत्यधिक ठंड से बचने के उपाय अपनाने की सलाह दी है.
शीतलहर के प्रभाव और प्रशासन की तैयारियां
शीतलहर के चलते अजमेर समेत कई इलाकों में सामान्य जनजीवन प्रभावित हुआ है. जिला प्रशासन ने ठंड से निपटने के लिए जरूरी कदम उठाए हैं. स्कूलों में अवकाश घोषित कर दिया गया है, और नवीं से बारहवीं कक्षा के लिए समय बदल दिया गया है. साथ ही, सार्वजनिक स्थानों पर अलाव जलाने और असहाय लोगों को सहायता प्रदान करने की व्यवस्था की गई है.
ठंड से बचने के उपायों पर विशेषज्ञों की सलाह
ठंड और शीतलहर से बचने के लिए विशेषज्ञों ने गर्म कपड़े पहनने, गर्म पेय पदार्थों का सेवन करने और बच्चों व बुजुर्गों का विशेष ध्यान रखने की सलाह दी है. मौसम की गंभीरता को देखते हुए, लोग सुबह और देर शाम बाहर निकलने से बचें. साथ ही, कोहरे के दौरान वाहन चलाते समय विशेष सावधानी बरतें.
निजी और सरकारी स्कूलों के फैसले में अंतर
जहां सरकारी और निजी स्कूलों में अवकाश घोषित किया गया है, वहीं प्रबंधन और शिक्षकों को स्कूल में उपस्थित रहने के लिए कहा गया है. सरकारी स्कूलों में छात्रों के लिए स्पष्ट निर्देश हैं, जबकि निजी स्कूलों के लिए इस आदेश का पालन कराने की जिम्मेदारी उनके प्रबंधन पर छोड़ दी गई है.
अंतिम निर्णय छात्रों की सुरक्षा के लिए
जिले में शीतलहर और तेज ठंड को देखते हुए, छात्रों की सुरक्षा को प्राथमिकता दी गई है. प्रशासन का यह कदम यह सुनिश्चित करने के लिए है कि ठंड के कारण छात्रों को किसी भी प्रकार की असुविधा न हो. साथ ही, प्रशासन ने यह भी सुनिश्चित किया है कि शिक्षण स्टाफ अपने कर्तव्यों का पालन करते हुए स्कूल की व्यवस्थाओं को बनाए रखे.