School Holidays Extended: उत्तर प्रदेश में सर्दी और शीतलहर के प्रभाव को देखते हुए राज्य सरकार ने 16 और 17 जनवरी को सभी सरकारी और मान्यता प्राप्त 8वीं तक के स्कूलों को बंद रखने का आदेश जारी किया है. बेसिक शिक्षा निदेशक, प्रताप सिंह बघेल ने यह आदेश जारी किया है जिसमें कहा गया है कि स्कूलों में पढ़ाई के लिए छुट्टियां दी जाएंगी. हालांकि यह आदेश केवल सरकारी स्कूलों के लिए है निजी स्कूलों के लिए फिलहाल कोई विशेष निर्णय नहीं लिया गया है, जिससे अभिभावक और स्कूल प्रबंधन में असमंजस की स्थिति बनी हुई है.
शीतलहर के प्रभाव को देखते हुए लिया गया निर्णय
मौसम विभाग के पूर्वानुमान और राज्य में हो रही शीतलहर को ध्यान में रखते हुए बेसिक शिक्षा परिषद के नियंत्रण में चलने वाले सभी सरकारी और मान्यता प्राप्त विद्यालयों में कक्षा 1 से कक्षा 8 तक के सभी छात्र-छात्राओं के लिए 17 जनवरी तक अवकाश रहेगा. यह निर्णय बच्चों के स्वास्थ्य और उनकी सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए लिया गया है, ताकि ठंडी की लहर के कारण बच्चों को कोई परेशानी न हो.
टीचर्स और अन्य स्टाफ को भी निर्देश जारी
इस आदेश में यह भी कहा गया है कि स्कूलों में अवकाश रहने के दौरान, शिक्षक, शिक्षिकाएं, शिक्षा मित्र, अनुदेशक और अन्य शिक्षणेत्तर कर्मचारी विद्यालय में उपस्थित रहेंगे. ये कर्मचारी विभागीय और अन्य प्रशासकीय कार्यों में व्यस्त रहेंगे, ताकि विद्यालय की व्यवस्थाओं में सुधार किया जा सके और भविष्य में ऐसी परिस्थितियों के लिए तैयार किया जा सके. इस समय का उपयोग स्कूलों की व्यवस्थाओं को बेहतर बनाने और प्रशासनिक कार्यों को सही दिशा में चलाने के लिए किया जाएगा.
कड़ाई से पालन की दिशा में कदम
प्रताप सिंह बघेल ने यह भी सुनिश्चित किया है कि इस आदेश का कड़ाई से पालन किया जाए. सभी जिला बेसिक शिक्षा अधिकारियों को आदेश का पालन सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हैं. इस आदेश का मुख्य उद्देश्य यह है कि मौसम विभाग के पूर्वानुमान और शीतलहर के कारण बच्चों को किसी प्रकार की असुविधा न हो. प्रशासन ने यह भी कहा है कि स्कूलों में कामकाजी कर्मचारियों की उपस्थिति सुनिश्चित की जाए ताकि सभी व्यवस्थाएं सुचारु रूप से चलती रहें.
निजी स्कूलों को लेकर समस्या
जहां सरकारी स्कूलों के लिए अवकाश की घोषणा की गई है वहीं निजी स्कूलों के बारे में अभी तक कोई स्पष्ट निर्णय नहीं लिया गया है. इससे अभिभावकों और स्कूल प्रबंधन के बीच असमंजस की स्थिति बनी हुई है. निजी स्कूलों को लेकर कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया गया है जिससे अब तक स्पष्ट नहीं हो पाया है कि उन्हें भी छुट्टियां दी जाएंगी या नहीं. हालांकि, इसे लेकर अभिभावकों में काफी चर्चा हो रही है और वे अपने बच्चों की सुरक्षा को लेकर चिंतित हैं.
स्कूलों के बंद होने से संबंधित प्रशासन की तैयारी
यह आदेश न केवल बच्चों के स्वास्थ्य और सुरक्षा के लिए महत्वपूर्ण है, बल्कि प्रशासन के लिए भी यह एक चुनौती है. शीतलहर के दौरान विद्यालयों को बंद करने का निर्णय लेने से यह सुनिश्चित किया गया है कि बच्चों को ठंडी के कारण किसी भी प्रकार की परेशानी न हो. साथ ही, स्कूलों में सभी प्रकार के प्रशासनिक कार्यों के लिए कर्मचारियों को तैनात किया गया है ताकि विद्यालयों की व्यवस्था पर कोई असर न पड़े. इस कदम से यह भी सुनिश्चित किया जा रहा है कि भविष्य में इस तरह की स्थितियों से निपटने के लिए प्रशासन तैयार रहे.
निजी स्कूलों के लिए दिशा निर्देश
यदि निजी स्कूलों को भी छुट्टियां दी जाती हैं, तो उन्हें किस तरह के निर्देश दिए जाएंगे, इस बारे में अब तक कोई जानकारी नहीं मिली है. सरकारी स्कूलों में छुट्टियां घोषित हो चुकी हैं, लेकिन निजी स्कूलों के लिए कोई आधिकारिक आदेश नहीं जारी हुआ है. इस स्थिति में निजी स्कूलों के प्रशासन को यह निर्णय लेने का अधिकार होगा कि वे अपनी सुविधाओं और विद्यार्थियों के भले के लिए क्या कदम उठाते हैं. इस बारे में अधिक जानकारी आने पर ही स्थिति स्पष्ट हो पाएगी.