School Holidays Extended: मध्य प्रदेश में इन दिनों मौसम का मिजाज बिगड़ चुका है. शहडोल जिले में तो ठंड इतनी बढ़ गई है कि लोग परेशानी महसूस कर रहे हैं. इस समय शीत लहर और घने कोहरे ने जनजीवन को प्रभावित किया है. छोटे बच्चे जो स्कूल जाने के लिए तैयार होते हैं, उन्हें भी इस ठंड से संघर्ष करना पड़ रहा है. इसके चलते जिला प्रशासन ने कक्षा नर्सरी से आठवीं तक के बच्चों के लिए 15 और 16 जनवरी को दो दिन की छुट्टी घोषित कर दी है.
जिला शिक्षा अधिकारी ने जारी किया आदेश
जिला शिक्षा अधिकारी डॉ. एम एल पाठक ने शहडोल जिले में 15 और 16 जनवरी को स्कूलों में छुट्टी का आदेश जारी किया. यह आदेश कलेक्टर द्वारा अनुमोदित किया गया है. आदेश में स्पष्ट रूप से लिखा गया है कि “शीत ऋतु और तापमान में गिरावट के कारण कक्षा नर्सरी से लेकर आठवीं तक के सभी सरकारी, गैर-सरकारी, प्राथमिक और माध्यमिक स्कूलों में 15 और 16 जनवरी को छुट्टी (school leave) घोषित की जाती है.” हालांकि, इस दौरान शिक्षक नियमित समय पर स्कूल आएंगे और अपने कार्यालयीन कार्य (administrative duties) को संपादित करेंगे.
शीत लहर और ठंडी हवाओं का असर
शहडोल जिले में पिछले दो-तीन दिनों से कड़ाके की ठंड पड़ रही है. शीत लहर (cold wave) की वजह से तापमान में लगातार गिरावट (temperature drop) आई है. सुबह-सुबह घना कोहरा (dense fog) छाया रहता है और ओस की बूंदें जमने की स्थिति में पहुंच गई हैं. इस कड़ाके की ठंड और शीत लहर से लोगों का हाल बेहाल हो गया है. लोग अलाव (bonfire) के पास समय बिता रहे हैं, ताकि वे ठंड से बच सकें. ठंड के प्रभाव को देखते हुए यह कदम उठाना जरूरी हो गया है, जिससे बच्चों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके.
बच्चों की सुरक्षा और स्वास्थ्य पर प्रभाव
शहडोल जिले में बच्चों की सुरक्षा (children safety) और उनके स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए स्कूलों में छुट्टी घोषित की गई है. कड़ाके की ठंड में बच्चों का बाहर निकलना और स्कूल जाना मुश्किल हो सकता है, खासकर छोटे बच्चों के लिए. ठंड के मौसम में बच्चों का स्वास्थ्य (health of children) भी प्रभावित हो सकता है. इसलिए प्रशासन ने बच्चों की भलाई और स्वास्थ्य को प्राथमिकता देते हुए यह निर्णय लिया.
कोहरे और ठंड के बढ़ते प्रभाव
इस वक्त शहडोल जिले के अलावा पूरे मध्य प्रदेश में मौसम का मिजाज बिगड़ा हुआ है. शीत लहर (cold wave) और कोहरे (foggy weather) के चलते तापमान लगातार गिरता जा रहा है. इसके साथ ही ठंडी हवाएं (cold winds) और घना कोहरा सड़क पर यात्रा करने में भी मुश्किलें पैदा कर रहे हैं. इन हालातों में खासतौर पर बच्चों और बुजुर्गों की सुरक्षा जरूरी है. जिला प्रशासन ने बच्चों के लिए छुट्टी तो घोषित कर दी है, लेकिन शिक्षकों को कार्य जारी रखने का निर्देश दिया है ताकि वे स्कूल आकर अपने जिम्मेदारियों का पालन करें.
ग्रामीण क्षेत्रों में ठंड का प्रभाव
ग्रामीण क्षेत्रों में शहडोल जिले की स्थिति और भी चिंताजनक है. वहां के लोग विशेष रूप से ठंड से ज्यादा प्रभावित हो रहे हैं. शीत लहर के कारण तापमान में गिरावट आई है, और ठंडी हवाओं ने लोगों की मुश्किलें और बढ़ा दी हैं. गांवों में लोग अलाव के पास जमा हो जाते हैं, ताकि ठंड से बच सकें. इसके अलावा, ओस की बूंदें इतनी बर्फीली हो रही हैं कि सड़कें भी फिसलन (slippery roads) वाली हो गई हैं. ऐसे में बच्चे स्कूल जा पाने की स्थिति में नहीं हैं.
मौसम की स्थिति में बदलाव की उम्मीद
मौसम विभाग के अनुसार आने वाले दिनों में शहडोल जिले में ठंड का असर और बढ़ सकता है. शीत लहर (cold wave) का प्रभाव अगले कुछ दिनों तक जारी रहने का अनुमान है. हालांकि, 17 जनवरी से तापमान में हल्की बढ़ोतरी (slight rise in temperature) हो सकती है, जिससे ठंड का असर कम हो सकता है. मौसम विभाग ने लोगों से सावधान रहने की अपील की है और कहा है कि वे अपनी सेहत का ख्याल रखें, खासकर बुजुर्गों और बच्चों को ठंड से बचाने की कोशिश करें.
शिक्षा विभाग की तैयारी
शहडोल जिले में इस ठंड और शीत लहर के कारण बच्चों की छुट्टी तो बढ़ा दी गई है, लेकिन शिक्षा विभाग ने एक और महत्वपूर्ण कदम उठाया है. शीत ऋतु की छुट्टियों के दौरान बच्चों की पढ़ाई (children education) को प्रभावित न होने पाए, इसके लिए विभाग ने वैकल्पिक उपायों पर विचार करना शुरू कर दिया है. आगे आने वाले दिनों में कक्षा 9वीं से ऊपर के बच्चों के लिए ऑनलाइन कक्षाएं (online classes) शुरू की जा सकती हैं.