इस जिले में सर्दी के कारण आठवीं तक स्कूल बंद, डीएम ने स्कूल छुट्टी के दिए आदेश School Holidays Extended

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School Holidays Extended: नए साल की शुरुआत के साथ ही तराई क्षेत्र में सर्दी ने अपना कहर दिखाना शुरू कर दिया है. मंगलवार को पूरे दिन कोहरे की चादर छाई रही और सर्द हवाओं ने गलन को और बढ़ा दिया. सुबह से ही हल्की धुंध छाई रही जो शाम तक बनी रही. 20 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से चलने वाली हवाओं ने लोगों को घरों में दुबके रहने पर मजबूर कर दिया. सड़कों पर सन्नाटा छाया रहा और बाजारों में भी खरीदारों की आवाजाही बहुत कम रही.

स्कूलों में अवकाश घोषित

भीषण ठंड और शीतलहर के कारण जिला प्रशासन ने एहतियाती कदम उठाते हुए कक्षा एक से आठ तक के सभी स्कूलों में 10 जनवरी तक छुट्टी की घोषणा की है. डीएम संजय कुमार सिंह के निर्देश पर बीएसए अमित कुमार सिंह ने यह आदेश जारी किया. सरकारी और निजी सभी स्कूलों (schools closed during cold wave) को इस आदेश का पालन करना अनिवार्य है. इस फैसले से छोटे बच्चों को ठंड से राहत मिलने की उम्मीद है.

अलाव का सहारा

शहर के प्रमुख चौराहों और सड़कों पर राहगीरों और दुकानदारों को अलाव जलाकर ठंड से राहत पाने की कोशिश करते देखा गया. हालांकि, कई जगह नगर पालिका द्वारा लगाए गए अलाव ठंडे पड़े नजर आए. स्थानीय लोग कचरा और लकड़ी जलाकर हाथ सेंकते हुए (bonfire to beat cold) दिखे. प्रशासन को अलाव की व्यवस्था को बेहतर करने की आवश्यकता है ताकि ज्यादा से ज्यादा लोगों को इसका लाभ मिल सके.

मौसम का उतार-चढ़ाव जारी

तराई में मौसम का उतार-चढ़ाव लोगों के लिए परेशानी का कारण बन रहा है. कृषि वैज्ञानिक डॉ. एसएस ढाका के अनुसार, मंगलवार को अधिकतम तापमान 15.2 डिग्री और न्यूनतम तापमान 10.1 डिग्री दर्ज किया गया. सोमवार के मुकाबले तापमान में गिरावट देखी गई है. कोहरे और सर्द हवाओं (cold wave in winter) ने गलन को और बढ़ा दिया है, जिससे लोग दिनभर ठंड से बचने की कोशिश करते रहे.

11-12 जनवरी को बूंदाबांदी की संभावना

कृषि वैज्ञानिकों ने अनुमान लगाया है कि 11 और 12 जनवरी को तराई क्षेत्र में हल्की बूंदाबांदी हो सकती है. इस दौरान बादल छाने और ठंड में इजाफा होने की संभावना है. अगले तीन दिनों तक मौसम ऐसा ही बने रहने (rain forecast in winter) का अनुमान है. किसानों के लिए यह समय फसलों की देखभाल के लिहाज से महत्वपूर्ण रहेगा.

ठंड से बचाव के उपाय

भीषण ठंड से बचने के लिए स्वास्थ्य विशेषज्ञ गर्म कपड़े पहनने, घरों में हीटर या अलाव का उपयोग करने, और गुनगुने पानी का सेवन करने की सलाह देते हैं. बच्चों और बुजुर्गों को विशेष ध्यान देने की जरूरत है क्योंकि ये सर्दी के प्रकोप (cold wave precautions) से जल्दी प्रभावित होते हैं.

सरकार और प्रशासन को ध्यान देने की जरूरत

अलाव और अन्य राहत सेवाओं की पर्याप्त व्यवस्था की जरूरत है. प्रशासन को इस मौसम में सड़कों और सार्वजनिक स्थानों पर अलाव की संख्या बढ़ाने और उन्हें लगातार जलाए रखने (government measures in cold wave) की जिम्मेदारी उठानी चाहिए. इसके अलावा, जरूरतमंदों के लिए गर्म कपड़ों का वितरण भी ठंड से राहत दिलाने में मददगार हो सकता है.

ठंड में बढ़े स्वास्थ्य जोखिम

सर्दी के बढ़ते प्रकोप के साथ ही स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं भी बढ़ रही हैं. डॉक्टरों का कहना है कि ऐसे मौसम में ठंड लगने, सर्दी-जुकाम, और हाइपोथर्मिया (health issues in cold wave) जैसी समस्याएं बढ़ सकती हैं. लोगों को अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखने और तुरंत चिकित्सा सहायता लेने की सलाह दी जाती है.

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