School Holidays: शीत लहर और ठंड के प्रकोप के चलते जिलाधिकारी ने एक बार फिर स्कूलों की छुट्टियां बढ़ाने का निर्णय लिया है. अब 12वीं तक के सभी स्कूलों में अवकाश बढ़ा दिया गया है. यह निर्णय छात्रों और शिक्षकों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए लिया गया है. इसके अनुसार सीबीएसई, आईसीएसई, माध्यमिक और सभी सरकारी व निजी विद्यालय 15 जनवरी को खुलेंगे. इस समय के दौरान स्कूल अपने स्तर पर ऑनलाइन कक्षाएं चला सकते हैं, और शिक्षक विद्यालय प्रबंधन के निर्देशानुसार कार्य करेंगे.
13 जनवरी तक स्कूलों की छुट्टी की घोषणा
जिलाधिकारी ने शीत लहर की संभावना को देखते हुए सभी बोर्डों के 12वीं तक के विद्यालयों में अवकाश को 13 जनवरी तक बढ़ा दिया है. इस निर्णय से छात्रों को कठिन ठंड से बचने का समय मिलेगा और उनका स्वास्थ्य सुरक्षित रहेगा. जिला विद्यालय निरीक्षक ने बताया कि सभी राजकीय, शासकीय सहायता प्राप्त, वित्तविहीन, मान्यता प्राप्त माध्यमिक विद्यालय, सीबीएसई और आईसीएसई बोर्ड के स्कूल 13 जनवरी तक बंद रहेंगे. यह कदम उन स्थानों पर विशेष रूप से उठाया गया है, जहां ठंड का असर अधिक है.
स्कूलों में प्रयोगात्मक और प्री बोर्ड परीक्षाओं की स्थिति
हालांकि, कक्षा नौ से बारहवीं तक के कुछ स्कूलों में प्रयोगात्मक परीक्षा और प्री बोर्ड परीक्षा आयोजित की जा रही है. ऐसे विद्यालयों को संचालन की अनुमति दी गई है ताकि परीक्षाओं का काम सुचारू रूप से हो सके. इन विद्यालयों में शिक्षण कार्य के अलावा, परीक्षा संबंधित गतिविधियां जारी रह सकती हैं. लेकिन जिन स्कूलों में ये परीक्षाएं नहीं हो रही हैं, उनके लिए शैक्षिक कार्य स्थगित रहेगा. इस दौरान, विद्यार्थियों को उनके स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए घर पर ही पढ़ाई जारी रखने की सलाह दी गई है.
मकर संक्रांति और स्कूलों का नया उद्घाटन दिन
14 जनवरी को मकर संक्रांति का पर्व होने के कारण, स्कूलों का नया उद्घाटन 15 जनवरी को होगा. मकर संक्रांति का त्योहार विशेष महत्व रखता है, और इस दिन के बाद ही मौसम में राहत की उम्मीद जताई जा रही है. ऐसे में छात्रों और शिक्षकों को राहत मिलने की संभावना है. यह बदलाव छात्रों के लिए एक नई उम्मीद लेकर आएगा, और विद्यालयों में पढ़ाई का माहौल सामान्य होगा.
स्कूलों की सूचना और स्कूल प्रबंधन की जिम्मेदारी
स्कूलों के बंद होने के साथ, यह जिम्मेदारी विद्यालय प्रबंधन पर डाली गई है कि वह अवकाश की सूचना अपने स्तर पर अभिभावकों को सही समय पर पहुंचाएं. यह सुनिश्चित किया जाएगा कि अभिभावक अपने बच्चों के शैक्षिक कार्य में कोई समस्या न महसूस करें. जिलाधिकारी ने साफ किया है कि अगर इस दौरान कोई स्कूल अवकाश के बावजूद संचालन करता है, तो उनके खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी. यह कार्रवाई स्कूल प्रशासन की जिम्मेदारी तय करेगी ताकि छात्र-छात्राओं की सुरक्षा सर्वोपरि बनी रहे.
ठंड से बचाव के उपाय और छात्रों की सुरक्षा
जिले में बढ़ती ठंड और शीतलहर के कारण, जिला प्रशासन ने छात्रों और शिक्षकों की सुरक्षा को प्राथमिकता दी है. ठंड से बचाव के लिए स्कूलों को विशेष दिशा-निर्देश दिए गए हैं. यह दिशा-निर्देश इस बात को सुनिश्चित करेंगे कि छात्रों को ठंड से बचाया जा सके और वे अपनी पढ़ाई में ध्यान केंद्रित कर सकें. इसके साथ ही, विद्यालयों को यह भी कहा गया है कि वे अपने छात्रों के लिए ऑनलाइन कक्षाएं भी संचालित कर सकते हैं, जिससे उन्हें शैक्षिक कार्य में कोई रुकावट न हो.
ठंड और मौसम की स्थिति पर प्रशासन की नजर
जिलाधिकारी और प्रशासन इस समय मौसम की स्थिति पर करीब से नजर रख रहे हैं. शीत लहर और ठंड के प्रकोप को देखते हुए प्रशासन लगातार स्थितियों का आकलन कर रहा है. अगर मौसम में कोई और बदलाव आता है, तो स्कूलों के उद्घाटन या छुट्टियों की अवधि में और बदलाव किए जा सकते हैं. छात्रों और शिक्षकों के स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए यह कदम उठाए जा रहे हैं ताकि सभी की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके.