School Holidays Extended: जिला प्रशासन ने ठंड के प्रकोप और शीतलहर को ध्यान में रखते हुए सभी स्कूलों के लिए छुट्टियां बढ़ाने का निर्णय लिया है. डीएम विशाख जी के निर्देश पर, बेसिक शिक्षा अधिकारी डॉ. राकेश सिंह ने सभी स्कूलों के हेडमास्टर और प्रबंधकों के लिए आदेश जारी कर दिए हैं. यह आदेश कक्षा 1 से 8वीं तक के विद्यालयों के लिए लागू होगा जिसमें सीबीएसई, आईसीएसई और एएमयू बोर्ड से संबंधित सभी विद्यालय शामिल हैं.
स्कूलों में अवकाश का विस्तार
बेसिक शिक्षा विभाग द्वारा जारी आदेश के मुताबिक, 18 जनवरी तक कक्षा 1 से 8वीं तक के सभी सरकारी और निजी स्कूल बंद रहेंगे. यह निर्णय सभी मान्यता प्राप्त बोर्डों के स्कूलों पर लागू होगा, ताकि बच्चों को शीतलहर और कड़ाके की ठंड से बचाया जा सके. डॉ. राकेश सिंह (basic education department) ने स्पष्ट रूप से बताया कि यदि किसी स्कूल ने इन आदेशों की अनदेखी की और स्कूल खोला, तो उस पर सख्त कार्रवाई की जाएगी.
शिक्षक और कर्मचारी स्कूल में आएंगे
इस बीच, स्कूलों के कर्मचारियों और शिक्षकों को छुट्टी नहीं दी गई है. उन्हें अपने निर्धारित समय पर स्कूल आकर विभागीय कार्यों को पूरा करना होगा. इससे यह सुनिश्चित किया जाएगा कि स्कूल खुलने के बाद बच्चों को पढ़ाई का बेहतर माहौल मिले और विद्यालय में कोई भी कार्य रुका न रहे. डॉ. राकेश सिंह ने कहा कि शिक्षकों और कर्मचारियों को सुबह 10 बजे से दोपहर 2 बजे तक स्कूल में रहकर विभागीय कार्यों को निपटाना होगा.
राज्य और जिला स्तर पर आदेश जारी
प्रदेश स्तर पर भी शीतलहर के कारण स्कूलों में छुट्टी के आदेश जारी किए गए हैं. राज्य स्तर पर 17 जनवरी तक अवकाश घोषित किया गया है, जबकि अलीगढ़ जिले में बच्चों को एक दिन का अतिरिक्त अवकाश दिया गया है. यह निर्णय जिला स्तर पर ठंड के कारण लिए गए हैं. इस दौरान स्कूलों में जो छुट्टियां दी जा रही हैं, उनका उद्देश्य बच्चों की सुरक्षा और उनकी सेहत को ध्यान में रखते हुए है.
बच्चों के लिए छुट्टियां लेकिन काम जारी रहेगा
जबकि बच्चों को अवकाश दिया जा रहा है, वहीं शिक्षकों और कर्मचारियों को स्कूल आकर विभागीय कार्यों में मदद करनी होगी. यह कदम इस बात को सुनिश्चित करने के लिए उठाया गया है कि जब स्कूल फिर से खोले जाएं, तो शिक्षा का माहौल बिना किसी रुकावट के जारी रहे. विभागीय कार्यों को निपटाकर शिक्षक और कर्मचारी स्कूल के प्रबंधन को और अधिक बेहतर बना सकते हैं.
शीतलहर का प्रभाव और ठंड के मौसम की चुनौती
इस समय पूरे उत्तर भारत में शीतलहर और कोहरे (cold wave effect) का प्रकोप देखने को मिल रहा है, जिससे स्कूलों में बच्चों की उपस्थिति और स्वास्थ्य पर असर पड़ रहा है. कई क्षेत्रों में तापमान में भारी गिरावट देखी गई है, और अधिकतर इलाकों में सुबह के समय घना कोहरा छा जाता है. इस स्थिति को ध्यान में रखते हुए स्कूलों की छुट्टियां बढ़ाना एक जरूरी कदम था.
स्कूल खुलने के बाद शिक्षा का माहौल बेहतर होगा
जब 20 जनवरी से स्कूल खुलेंगे, तो यह सुनिश्चित किया जाएगा कि छात्रों को शिक्षा का सबसे अच्छा वातावरण मिले. शिक्षक और प्रबंधन पहले से ही तैयार रहेंगे, ताकि बच्चों को पढ़ाई में कोई परेशानी न हो. विभागीय कार्यों को समय से पूरा करने से स्कूल के व्यवस्थापन में सुधार होगा, जिससे बच्चों की पढ़ाई पर कोई असर नहीं पड़ेगा.
आदेशों का पालन जरूरी
जिला प्रशासन ने सभी स्कूलों को आदेश दिए हैं कि वे इन निर्देशों का पालन करें. यदि कोई स्कूल इन आदेशों का उल्लंघन करता है तो उस पर सख्त कार्रवाई की जाएगी. यह सुनिश्चित किया जाएगा कि बच्चों की सुरक्षा और उनकी सेहत के प्रति कोई लापरवाही न हो. आदेशों का पालन सभी स्कूलों के लिए अनिवार्य होगा, और इसके तहत स्कूलों को अपने स्तर पर अभिभावकों को सूचना देना होगा