Smart Meter Recharge: बेतिया विद्युत आपूर्ति प्रमंडल ने 40 हजार से अधिक ऐसे उपभोक्ताओं को चिन्हित किया है जिन्होंने लंबे समय से अपने स्मार्ट प्रीपेड मीटर रिचार्ज नहीं किए हैं. कार्यपालक अभियंता मनीष शाक्य ने जानकारी दी कि इन उपभोक्ताओं के खिलाफ विभागीय कार्रवाई शुरू हो चुकी है.
शहर में 4157 उपभोक्ताओं की जांच
शहरी क्षेत्रों में 4157 उपभोक्ता (unpaid smart meter consumers in city) ऐसे पाए गए हैं जिन्होंने स्मार्ट मीटर रिचार्ज नहीं किया. इनमें से 1000 उपभोक्ताओं ने हाल ही में रिचार्ज किया है, जबकि शेष 3000 उपभोक्ताओं के खिलाफ सख्त अभियान चलाया जा रहा है.
बाईपास बिजली का हो रहा उपयोग
जांच के दौरान कई उपभोक्ता बिना मीटर रिचार्ज के बाईपास बिजली (bypass electricity usage) का उपयोग करते हुए पकड़े गए हैं. ऐसे मामलों में जिलाधिकारी के आदेश पर एफआईआर दर्ज कराई जा रही है और भारी जुर्माना लगाया जा रहा है.
जुर्माने और एफआईआर
पिछले दो महीनों में 284 से अधिक उपभोक्ताओं (penalty for unpaid smart meters) के खिलाफ कार्रवाई की गई है. इनमें से 166 मामले नवंबर और 118 मामले दिसंबर में दर्ज किए गए. जुर्माना चार गुना तक लगाया गया है और जनवरी में भी अभियान जारी रहेगा.
स्मार्ट मीटर के फायदे
स्मार्ट मीटर से उपभोक्ता अपने बिजली उपयोग (real-time electricity usage data) का रियल टाइम डेटा देख सकते हैं. इससे न केवल बिजली की बचत होती है, बल्कि बिजली चोरी की संभावना भी खत्म हो जाती है.
आसान बिल भुगतान और ऑनलाइन रिचार्ज
स्मार्ट मीटर उपभोक्ताओं को बिल का भुगतान (easy electricity bill payment) आसान बनाता है. यह ऑनलाइन रिचार्ज की सुविधा देता है और उपभोक्ता किस्तों में भी बिल चुका सकते हैं, जिससे आर्थिक प्रबंधन बेहतर होता है.
बिजली चोरी रोकने में स्मार्ट मीटर की भूमिका
स्मार्ट मीटर की मदद से बिजली चोरी (prevention of electricity theft) की संभावना लगभग खत्म हो गई है. रियल टाइम डेटा और सटीक रीडिंग से उपभोक्ताओं को अधिक पारदर्शिता मिलती है और विभाग को भी बिजली चोरी रोकने में मदद मिलती है.
विभागीय कार्रवाई के प्रभाव
यह अभियान न केवल बिजली चोरी रोकने (impact of electricity department actions) में मददगार है, बल्कि ईमानदार उपभोक्ताओं को बेहतर सेवाएं देने की दिशा में एक बड़ा कदम है. इससे बिजली विभाग को राजस्व की हानि भी रोकी जा सकेगी.