दिल्ली के 150 प्राइवेट स्कूल को नियमित करने करने की मिली मंजूरी, हजारों स्टूडेंट्स को होगा सीधा फायदा Delhi Private School

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Delhi Private School: दिल्ली के उपराज्यपाल वी. के. सक्सेना ने अनधिकृत कॉलोनियों में चल रहे 150 प्राइवेट स्कूलों को नियमित करने की मंजूरी दी है. इस फैसले से न केवल इन स्कूलों को कानूनी मान्यता मिलेगी, बल्कि इन स्कूलों में पढ़ने वाले हजारों छात्रों को भी राहत मिलेगी.

छात्रों की समस्याओं का समाधान

अब तक इन स्कूलों के छात्रों (challenges faced by students in unauthorized schools) को बोर्ड एग्जाम के लिए अन्य स्कूलों से फॉर्म भरना पड़ता था, जिससे उन्हें अतिरिक्त फीस और असुविधा का सामना करना पड़ता था. नियमित होने के बाद ये स्कूल सेकंडरी और हायर सेकंडरी स्तर तक अपनी सेवाएं बढ़ा सकेंगे.

किन इलाकों के स्कूलों को मिली मंजूरी?

नियमित किए गए स्कूल (private schools in unauthorized colonies) दिल्ली के नरेला, नजफगढ़, संगम विहार, बदरपुर, श्याम विहार, भगत विहार, असोला, देवली और मुंडका समेत कई अन्य अनधिकृत कॉलोनियों में स्थित हैं. ये इलाके आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों के छात्रों के लिए शिक्षा का केंद्र हैं.

सुरक्षा और बुनियादी ढांचे पर जोर

एलजी ने नियमितीकरण के लिए सख्त शर्तें (safety and infrastructure requirements) रखी हैं. स्कूलों को बिल्डिंग बाइलॉज, फायर सेफ्टी, और अन्य बुनियादी ढांचे के प्रावधानों का पालन करना होगा. सड़क की चौड़ाई कम से कम 6 मीटर होनी चाहिए.

संवाद कार्यक्रम से हल हुई समस्या

20 दिसंबर को उपराज्यपाल के साथ (LG’s meeting with private schools) प्राइवेट स्कूल प्रिंसिपल्स और टीचर्स की बैठक में इस मुद्दे को उठाया गया था. छात्रों और स्कूलों की समस्याओं को समझने के बाद, एलजी ने मामले को जल्द सुलझाने का आश्वासन दिया.

शिक्षा विभाग और एमसीडी की भूमिका

इन स्कूलों को लंबे समय से (role of education department and MCD) शिक्षा निदेशालय, एमसीडी और डीडीए से विभिन्न समस्याओं का सामना करना पड़ रहा था. एलजी ने इस मुद्दे पर मुख्य सचिव, शिक्षा विभाग और एमसीडी अधिकारियों के साथ बैठक कर समाधान निकाला.

दिल्ली के वंचित इलाकों में शिक्षा का असर

अनधिकृत कॉलोनियों में चल रहे ये स्कूल (education impact in unauthorized colonies) आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के छात्रों को शिक्षा प्रदान करते हैं. इन स्कूलों का नियमित होना दिल्ली सरकार के शिक्षा मॉडल और सरकारी स्कूलों की सफलता पर एक नया दृष्टिकोण प्रदान करता है.

छात्रों और अभिभावकों के लिए बड़ी राहत

इस फैसले से छात्रों और अभिभावकों (relief for students and parents) को अब बेहतर और सुगम शिक्षा का लाभ मिलेगा. छात्रों को बोर्ड एग्जाम की परेशानियों से राहत मिलेगी, और स्कूल भी बिना किसी बाधा के अपनी सेवाएं जारी रख सकेंगे.

शिक्षा के क्षेत्र में बड़ा कदम

अनऑथराइज्ड कॉलोनियों में 150 प्राइवेट स्कूलों का नियमितीकरण (regularization of private schools in education) दिल्ली में शिक्षा के क्षेत्र में एक अहम कदम है. इससे न केवल छात्रों को राहत मिलेगी, बल्कि शिक्षा के क्षेत्र में गुणवत्ता भी बढ़ेगी.

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