Today Gold Price : साल 2024 की शुरुआत से ही सोने और चांदी की कीमतों में भारी उतार-चढ़ाव देखने को मिला. जनवरी से लेकर दिसंबर तक इन कीमती धातुओं का सफर कई मोड़ लेकर गुजरा. कभी निवेशकों को मुनाफा हुआ, तो कभी खरीदारों को ऊंची कीमतों की वजह से दिक्कतें झेलनी पड़ीं. हालांकि दिवाली जैसे त्योहारों पर सोने और चांदी की खरीदारी में कोई कमी नहीं आई. इनकी चमक लोगों को हमेशा अपनी ओर खींचती रही.
दिसंबर का अंत और कीमतों में गिरावट
साल के आखिरी दिन सोने और चांदी की कीमतों में गिरावट दर्ज की गई, जो आम आदमी के लिए राहत की खबर है. 31 दिसंबर 2024 को 24 कैरेट सोने का भाव लगभग ₹76,000 तक गिर गया. वहीं 99.9% शुद्ध चांदी की कीमत प्रति किलो ₹85,680 पर आ गई. यह गिरावट पिछले कारोबारी सप्ताह की शुरुआत से ही देखी जा रही थी.
पिछले सप्ताह की शुरुआत से कैसा रहा भाव का ग्राफ?
पिछले कारोबारी सप्ताह में सोने-चांदी की कीमतों ने कई बार रुख बदला. सप्ताह के शुरुआत में 24 कैरेट सोना ₹76,164 पर था, जो धीरे-धीरे बढ़कर ₹76,635 तक पहुंच गया. वहीं चांदी की कीमत ₹87,500 से बढ़कर ₹87,831 प्रति किलो तक पहुंच गई. इस दौरान निवेशकों और खरीदारों ने बाजार पर कड़ी नजर बनाए रखी.
अक्टूबर 2024 रिकॉर्ड ऊंचाई पर सोना-चांदी
इस साल 30 अक्टूबर 2024 को सोने और चांदी ने अपने सर्वकालिक उच्चतम स्तर को छुआ. 24 कैरेट सोने की कीमत ₹82,400 प्रति 10 ग्राम तक पहुंच गई, जो अब तक का सबसे ऊंचा स्तर है. वहीं चांदी ₹1 लाख प्रति किलो के पार चली गई. यह स्थिति उन लोगों के लिए फायदे का सौदा साबित हुई, जिन्होंने पहले से इन धातुओं में निवेश किया था.
सोने और चांदी की कीमतों के ताजा अपडेट
इंडियान बुलियन एंड ज्वैलर्स एसोसिएशन (IBJA) के ताजा आंकड़ों के अनुसार 31 दिसंबर 2024 को सोने और चांदी की कीमतें इस प्रकार रहीं:
- 24 कैरेट सोना: ₹76,045 प्रति 10 ग्राम
- 23 कैरेट सोना: ₹75,740 प्रति 10 ग्राम
- 22 कैरेट सोना: ₹69,657 प्रति 10 ग्राम
- 18 कैरेट सोना: ₹57,034 प्रति 10 ग्राम
- 14 कैरेट सोना: ₹44,486 प्रति 10 ग्राम
- चांदी: ₹85,680 प्रति किलो
निवेशकों के लिए क्या है इस गिरावट का मतलब?
साल के आखिरी दिन सोने और चांदी की कीमतों में गिरावट निवेशकों के लिए एक अच्छा मौका है. विशेषज्ञों का मानना है कि बाजार में यह गिरावट अस्थायी हो सकती है. ऐसे में जिन लोगों ने पहले ऊंचे भाव पर निवेश किया था, उन्हें थोड़ा धैर्य रखने की जरूरत है. वहीं, नए निवेशकों के लिए यह सही समय हो सकता है, जब वे इन धातुओं में निवेश करके भविष्य में लाभ कमा सकते हैं.
क्या 2025 में भी जारी रहेगा यही ट्रेंड?
विशेषज्ञों का कहना है कि 2025 में भी सोने और चांदी की कीमतें वैश्विक और घरेलू बाजार की परिस्थितियों पर निर्भर करेंगी. अगर महंगाई दर बढ़ती है या रुपये की कीमत कमजोर होती है, तो सोने और चांदी की कीमतें फिर से बढ़ सकती हैं. वहीं, अगर अमेरिकी डॉलर मजबूत हुआ, तो कीमतों में गिरावट संभव है.